tag:blogger.com,1999:blog-365255902058574953.post2130440982753133563..comments2023-06-23T14:03:14.949+05:30Comments on मुझे भी कुछ कहना है: ग़ज़लसौरभ शेखर http://www.blogger.com/profile/16049590418709278760noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-365255902058574953.post-8597531020951046352011-01-22T18:54:59.355+05:302011-01-22T18:54:59.355+05:30बहुत ही शानदार ग़ज़ल है.बहुत ही शानदार ग़ज़ल है.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-365255902058574953.post-82364833455462834462011-01-22T10:01:43.822+05:302011-01-22T10:01:43.822+05:30सौरभ जी,
बहुत ही शानदार ग़ज़ल है.......आप अपनी गज...सौरभ जी,<br /><br />बहुत ही शानदार ग़ज़ल है.......आप अपनी गजलों में जो बातें उठाते हैं उनके लिए मेरा सलाम है आपको......ये शेर दिल को छू गए -<br /><br />डैडी की सभ्यता से ऐसे जुड़े जनाब <br />बच्चे पिता का अर्थ,माँ के माने भूल गए <br /><br />कोशिश भी की तो होठ ये फैले नहीं जरा <br />लगता है हम सही में मुस्कुराने भूल गएAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-365255902058574953.post-35296572822442411802011-01-20T15:01:47.796+05:302011-01-20T15:01:47.796+05:30बहुत बढ़िया ग़ज़ल... सौरभ जी अभी आपका तेवर देख कर ...बहुत बढ़िया ग़ज़ल... सौरभ जी अभी आपका तेवर देख कर अच्छा लग रहा है..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.com