तैंतीस वर्ष का राजनेता युवा माना जाता है
और मेहनतकश अधेड़ .
कॉरपोरेट दुनिया में तैंतीस साल के कर्मियों को
रखा जाता है 'ऊँची कार्य निष्पादन 'की श्रेणी में
मगर विज्ञापन जगत
उसके लिए 'Energic Thirty ' जरुरी मानता है
तैंतीस वर्ष के कवि का मोहभंग पूरा हो चूका होता है
लेकिन उसकी कविताओं में रह-रह कर घंटाघर की घड़ी जैसा
बजता है प्रेम
अथेलेटों के लिए तैंतीस वर्ष की उम्र अवकाश प्राप्ति का समय होता है
और किसी अविवाहित और बेरोजगार युवक के लिए तैंतीस वर्ष की उम्र में
ज़िन्दगी शुरू तक नहीं हुई होती.
और तैंतीस वर्ष की अविवाहित लड़कियों के लिए जिंदगी खत्म सी लगती है और विवाहित किन्तु बिना माँ बनी लड़कियों के लिए... जिंदगी उपेक्षित और अपमानित सी लगती है... तैंतीस की उम्र.... वैसे हर उम्र में बहुत कुछ होता है... अच्छी कविता !
जवाब देंहटाएंआपकी लेखनी में एक अलग बात है कुछ ऐसा जो हृदय को बेधता है | मेरी शुभकामनाये आपके साथ हैं ऐसे ही लिखते रहिये.
जवाब देंहटाएंAnbhav ke behad kareeb khadi kavita ke liye dhanywad.aap dhire-dhire rang mein aa rahe hain.Keep going aur aik-doosre ka utsahvardhan karte rahein,Ham kavi na sahi kavita ke dil mein jaroor ghar kar jayenge.
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