माँ के बिखरे बालों से धीरे-धीरे उन पर हावी हो रही
अशक्तता का आभास मिलता है
पत्नियों के बिखरे बाल
उनकी व्यस्तता को बयान करते हैं
और उनका आकर्षण बढ़ा देते हैं
दुनिया,
बिखरे बालों वाली कुंवारी लड़कियों को
संदेह की नज़रों से देखती है
मूर्तिभंजक बुद्धिजीवी संकेत के तौर पर अपने बाल बिखरे रखते हैं
बिखरे बालों वाले कलाकारों को पारंपरिक रूप से प्रयोगधर्मी
समझा जाता रहा है
वैज्ञानिकों के बिखरे बालों से किसी को ऐतराज नहीं होता
किशोरवय लड़के शौक से रखते हैं बिखरे बाल
बिखरे बाल इज्जतदार लोगों की बदहवासी का सबूत माने जाते हैं
किसी फूटपाथी बच्चे के बिखरे बालों से उसकी
आंतों की चुभन जाहिर होती है.
bilkul sateek likha hai !
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर, सटिक, एक दम दिल कि आवाज.
जवाब देंहटाएंकितनी बार सोचता हु कि इतना अच्छा कैसे लिखा जाता है.
अपनी ढेरों शुभकामनाओ के साथ
शशि कान्त सिंह
आपके ब्लॉग की सबसे ससक्त रचना... नयी बात नए तरह से !
जवाब देंहटाएंब्लॉगजगत में आपका स्वागत है. अनेक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंविश्लेषण बहुत अच्छा लगा.
बहुत ही खूब लिखा है ....हर एक पंक्ति लाजवाब है ऐसे ही लिखते रहिये....
जवाब देंहटाएंहिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
जवाब देंहटाएंकृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें
किसी फूटपाथी बच्चे के बिखरे बालों से उसकी
जवाब देंहटाएंआंतों की चुभन जाहिर होती है.
बहुत संवेदनशील बात कही है ... यह विश्लेषण अच्छा लगा